ज़मीं तेरी, हवा
तेरी, शफक तेरी, हया तेरी,
आसमां, सूरज,
गुलिस्तां और क्या तेरा न था,
खुदी मेरी, बदी मेरी,
कजा मेरी, सजा मेरी,
था इधर भी बहुत लेकिन, तू ही बस, मेरा न था.
धूप तेरी, छाँव
तेरी, दरिया तेरी, नाव तेरी,
था तुझे सब कुछ मयस्सर, क्या भला तेरा न था,
जलन मेरी, चुभन
मेरी, भंवर मेरा, घुटन मेरी,
थी बड़ी दौलत मेरी, पर- तू ही बस, मेरा न था.
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